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सितंबर, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

"युवा क्रांति का धमाका! नेपाल में हिल गई सरकार"

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  Gen-Z विद्रोह… नेपाल में तख़्तापलट! नेपाल जल रहा है… सड़कों पर आग और ग़ुस्से की लपटें हैं। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली को न केवल इस्तीफ़ा देना पड़ा, बल्कि देश छोड़कर भागने की नौबत भी आ गई। सवाल ये उठ रहा है कि क्या यह आंदोलन महज़ सोशल मीडिया की बहाली की मांग पर था या फिर इसके पीछे कोई और गहरी साज़िश छिपी है? दरअसल, नेपाल सरकार ने हाल ही में 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप और एक्स (Twitter) जैसे मंच बंद होने के बाद युवा सड़क पर उतर आए । शुरुआती मांग सिर्फ सोशल मीडिया खोलने की थी। लेकिन जब सरकार ने प्लेटफ़ॉर्म बहाल कर दिए, तब भी हिंसा थमी नहीं—बल्कि और भड़क उठी। यही वह बिंदु है जिसने नेपाल की राजनीति को हिला दिया। विद्रोहियों का निशाना सिर्फ सरकारी दफ़्तर या सड़कें नहीं थीं, बल्कि राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री आवास और ओली के तमाम सहयोगियों के घर भी आग में झोंक दिए गए। यह साफ़ दिख रहा है कि आंदोलन अब केवल “डिजिटल आज़ादी” तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सरकार गिराने और भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ गुस्से की त...

"भारत के पड़ोसी देशों में उथल-पुथल: विद्रोह और तख़्ता पलट का लंबा इतिहास"

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नेपाल से पहले बांग्लादेश, अफगानिस्तान और म्यांमार तक… भारत के पड़ोसी देशों में विद्रोह और तख़्ता पलट का लंबा इतिहास भारत के पड़ोसी देशों का इतिहास देखने पर एक बात साफ दिखाई देती है—यहां सत्ता पलट, विद्रोह और राजनीतिक अस्थिरता आम बात रही है। कभी लोकतंत्र की आवाज़ दबाने के लिए सेना सामने आई, तो कभी जनता के गुस्से ने राजसत्ता को जड़ से हिला दिया। नेपाल में हालिया उथल-पुथल से पहले भी बांग्लादेश, अफगानिस्तान और म्यांमार जैसे देशों में विद्रोह और सत्ता परिवर्तन की लंबी कहानियां दर्ज हैं। बांग्लादेश: जन्म से लेकर विद्रोह तक 1971 में पाकिस्तान से आज़ादी हासिल करने के बाद बांग्लादेश ने लोकतंत्र की राह पकड़ी। लेकिन जल्द ही यहां सत्ता संघर्ष और राजनीतिक हत्याओं का दौर शुरू हो गया। शेख मुजीबुर रहमान, जिन्हें देश का "जनक" माना जाता है, 1975 में सैन्य विद्रोह में मारे गए। इसके बाद कई बार तख़्ता पलट हुआ और सेना ने राजनीति पर कब्ज़ा जमाए रखा। लंबे संघर्ष और आंदोलन के बाद बांग्लादेश ने फिर से लोकतंत्र की ओर कदम बढ़ाए, लेकिन आज भी वहां राजनीति में अस्थिरता और विद्रोह की झलक देखी जा सकती है। अफ...

"पर्यटन का नया आकर्षण: बिहार के राजगीर में रॉयल भूटान मंदिर"

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  रॉयल भूटान बुद्ध मंदिर: राजगीर की धरती पर शांति और मैत्री का नया प्रतीक बिहार की पावन भूमि राजगीर, जिसे ज्ञान और शांति की धरती कहा जाता है, एक बार फिर इतिहास रचने का साक्षी बनी। गुरुवार को यहां रॉयल भूटान बुद्ध मंदिर का भव्य उद्घाटन हुआ। इस खास मौके पर भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोपगे और उनके सर्वोच्च धर्मगुरु जे खेन्पो स्वयं मौजूद रहे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने भी इस समारोह की गरिमा बढ़ाई। यह मंदिर भारत और भूटान के बीच सदियों पुराने आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रिश्तों का प्रतीक है। बोधगया के बाद भारत में यह भूटान का दूसरा मंदिर है, जबकि राजगीर का पहला बुद्ध मंदिर। इसका निर्माण न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि यह दोनों देशों की मैत्री और सहयोग की भावना को और मजबूत करता है। भारत ने दुनिया को बुद्ध दिया, युद्ध नहीं उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश दोहराते हुए कहा – “ भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं, बल्कि बुद्ध दिया है।” यह वाक्य भारत की उस आध्यात्मिक विरासत को दर्शा...

ब्लड मून का अद्भुत नज़ारा! भारत से दिखेगा पूर्ण चंद्र ग्रहण

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  सितंबर में दिखेगा साल का सबसे बड़ा पूर्ण चंद्र ग्रहण, क्यों कहलाता है ‘ब्लड मून’? आसमान का सबसे अनोखा नज़ारा इस साल सितंबर में पूरी दुनिया को देखने को मिलेगा। 7 और 8 सितंबर 2025 की रात को पूर्ण चंद्र ग्रहण (Total Lunar Eclipse) लगेगा। यह ग्रहण भारत सहित एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और यूरोप के कई हिस्सों से साफ़-साफ़ दिखाई देगा। इस दौरान चंद्रमा लालिमा लिए हुए दिखाई देगा, जिसे हम ब्लड मून कहते हैं। खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार, यह साल 2022 के बाद भारत से दिखाई देने वाला सबसे लंबा पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। ग्रहण कब और कितने बजे शुरू होगा? भारत में यह पूर्ण चंद्र ग्रहण 7 सितंबर की रात 8:58 बजे से शुरू होगा और धीरे-धीरे अपनी पूर्ण अवस्था में पहुंचेगा। आधी रात तक यह नज़ारा सबसे अद्भुत रूप में नज़र आएगा। चंद्रमा पूरी तरह पृथ्वी की छाया में आ जाएगा और लाल रंग का दिखाई देने लगेगा। यह नज़ारा दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पुणे, लखनऊ, हैदराबाद और चंडीगढ़ जैसे बड़े शहरों में नग्न आंखों से देखा जा सकेगा। चंद्र ग्रहण कैसे लगता है? चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। पृथ्...

"अनिल अंबानी पर कसा शिकंजा: बैंक ऑफ बड़ौदा ने R-Com के लोन को ठहराया फ्रॉड"

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नई दिल्ली: कभी देश के बड़े बिजनेसमैन और रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन रह चुके अनिल अंबानी की मुश्किलें अब थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले ही कर्ज़ के बोझ तले दब चुकी उनकी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन (R-Com ) अब एक और बड़े झटके का सामना कर रही है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाद अब बैंक ऑफ बड़ौदा और बैंक ऑफ इंडिया ने भी अनिल अंबानी और उनकी कंपनी के लोन अकाउंट को ‘फ्रॉड’ घोषित कर दिया है। गुरुवार को बैंक ने यह जानकारी एक्सचेंज फाइलिंग के ज़रिए दी, जिसके बाद शेयर बाज़ार में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। 1. R-Com ने क्या कहा? रिलायंस कम्युनिकेशन ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कंपनी का कहना है कि उसने पहले ही दिवालिया प्रक्रिया (Insolvency Process) शुरू कर दी थी और अब सारे मामले एनसीएलटी (NCLT) के अधीन हैं। कंपनी का तर्क है कि बैंकों द्वारा अकाउंट को फ्रॉड घोषित करना एकतरफा कदम है, जबकि यह मामला न्यायिक जांच के दायरे में है। कंपनी ने निवेशकों को भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि वह कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करती है और आने वाले समय में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। 2. अनिल अंबानी की मुश्किलें और बढ़ीं अनिल अं...

"दिल्ली डूबने के कगार पर! कुछ ही घंटों में मचेगी तबाही"

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डूबती दिल्ली: यमुना का कहर, राजधानी में हाहाकार दिल्ली इन दिनों बाढ़ की विभीषिका झेल रही है। राजधानी पर इस समय सबसे बड़ा संकट यमुना के उफान का मंडरा रहा है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ते-बढ़ते 207.47 मीटर तक पहुँच गया है, जो खतरे के निशान से कहीं ऊपर है। नतीजा यह है कि दिल्ली के कई इलाके पानी में डूब चुके हैं और आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। हर पल बढ़ता खतरा यमुना का उफान थमने का नाम नहीं ले रहा। मजनूं का टीला, मठ और आसपास के कई इलाके पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। निचले इलाकों में बसे लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं और अब राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं। मगर हालात इतने बिगड़ गए हैं कि खुद राहत शिविरों में भी पानी घुस चुका है। ट्रैफिक जाम और जलभराव से बेहाल राजधानी दिल्ली की सड़कों पर जगह-जगह पानी भरा हुआ है। Outer Ring Road जैसी अहम सड़कें जलमग्न हो गई हैं। नतीजा यह है कि राजधानी में ट्रैफिक जाम आम हो चुका है। ऑफिस जाने वाले लोग घंटों तक जाम में फँसे रहते हैं। दिल्ली सचिवालय के पास तक यमुना का पानी पहुँच चुका है, जिससे प्रशासन क...

नागपुर हादसा: सोलर कंपनी की फैक्ट्री में जोरदार धमाका, एक मजदूर की मौत

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नागपुर फैक्ट्री ब्लास्ट: आधी रात के धमाके ने ली मजदूर की जान, कई घायल महाराष्ट्र के नागपुर से एक बार फिर दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले के बाजरगांव इलाके में स्थित सोलर कंपनी की विस्फोटक (Explosives) यूनिट में आधी रात को जोरदार धमाका हुआ। इस भीषण हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत नागपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से तीन की हालत नाज़ुक बताई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाका इतना जबरदस्त था कि फैक्ट्री का पूरा ढांचा चंद सेकंडों में तहस-नहस हो गया । आसपास के गांवों तक विस्फोट की गूंज सुनाई दी और लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए। हादसे के वक्त सौभाग्य से फैक्ट्री में सीमित कर्मचारी मौजूद थे, वरना जनहानि और भी बड़ी हो सकती थी। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। फिलहाल घटनास्थल को सील कर दिया गया है और फॉरेंसिक टीम blast की असली वजह की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि "ग्राउंड ज़ीरो से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं ताकि विस्फोट के सही क...

"पुरुषों में तेजी से बढ़ रहा प्रोस्टेट कैंसर, समय रहते पहचानें ये संकेत"

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प्रोस्टेट कैंसर : पुरुषों के लिए बढ़ती गंभीर चिंता आज के बदलते और भागदौड़ भरे जीवन में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएँ तेजी से बढ़ रही हैं। आधुनिक जीवनशैली ने जहाँ सुविधाएँ दी हैं, वहीं कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ाया है। इन्हीं में से एक है प्रोस्टेट कैंसर, जो खासतौर पर पुरुषों को प्रभावित करता है। उम्र के साथ इसका खतरा और अधिक बढ़ जाता है। आइए समझते हैं कि प्रोस्टेट कैंसर के कारण, लक्षण और इससे बचाव के उपाय क्या हैं। 1 . प्रोस्टेट कैंसर होने के जोखिम कारक प्रोस्टेट कैंसर अचानक से नहीं होता, बल्कि कई कारणों से इसका खतरा बढ़ सकता है: उम्र : 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में यह अधिक देखा जाता है। आनुवंशिकता : यदि परिवार में किसी को यह बीमारी रही हो तो संभावना और बढ़ जाती है। जीवनशैली : अत्यधिक फास्ट फूड, तैलीय भोजन, धूम्रपान और शराब का सेवन इसके खतरे को बढ़ाता है। हार्मोनल असंतुलन : टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के बदलाव भी इसकी एक वजह माने जाते हैं। शारीरिक निष्क्रियता : कम शारीरिक श्रम और मोटापा भी एक प्रमुख कारण है। 2. प्रोस्टेट कैंसर के मुख्य लक्षण शुरुआती चरण में अक्सर यह बीमारी चुपच...

Emergency In Delhi: दिल्ली में लगेगी इमरजेंसी? भीषण तबही

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दिल्लीवालों के दरवाज़े पर यमुना का पानी पहुँच चुका है। राजधानी में अब हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और खतरे की घंटी बज चुकी है। बीते 24 घंटों में न केवल पानी का बहाव तेज हुआ है, बल्कि कई निचले इलाकों में घरों और दुकानों के अंदर तक पानी घुस आया है। प्रशासन लगातार अलर्ट जारी कर रहा है और लोगों से अपील की जा रही है कि वह तुरंत सुरक्षित स्थानों की ओर निकल जाएँ। हथिनी कुंड बैराज से लगभग 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है, जिसका सीधा असर दिल्ली पर देखने को मिल रहा है। 27 फाटक खोले जा चुके हैं और इस वजह से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुँच गया है। सबसे ज्यादा दिक्कत निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को हो रही है। वसु देव घाट पूरी तरह जलमग्न हो चुका है और कलिंदी कुंज बैराज से छोड़े गए पानी ने आसपास के क्षेत्रों को डुबोना शुरू कर दिया है। गली-गली में पानी भर चुका है। कई जगह तो हालात इतने बिगड़ गए हैं कि लोगों को नाव और रबर की नावों के सहारे सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया जा रहा है। बिजली सप्लाई को लेकर भी दिक्कतें सामने आ रही हैं। पानी घरों के अंदर...

"ग्राहकों को मिलेगा त्योहार का तोहफ़ा, घट सकती हैं टीवी-फ्रिज और गाड़ियों की कीमतें"

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टीवी-फ्रिज से लेकर कार-बाइक तक हो सकते हैं सस्ते, दिवाली से पहले मोदी सरकार दे सकती है तोहफ़ा! दिल्ली में 3 और 4 सितंबर को होने वाली GST काउंसिल की 56वीं बैठक आम लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी ला सकती है। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के एजेंडे में करीब 175 सामानों पर जीएसटी दरों में कटौती का प्रस्ताव शामिल है। अगर यह फैसला पास हो गया, तो टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, मोबाइल फोन, कार और बाइक जैसे ज़रूरी और लग्ज़री प्रोडक्ट्स सस्ते हो सकते हैं। यानी इस बार की दीवाली शॉपिंग लोगों के लिए पहले से ज्यादा आसान और किफ़ायती हो जाएगी। सरकार का मकसद है कि त्योहारों के सीज़न में आम जनता की जेब पर बोझ हल्का किया जाए और मार्केट की रौनक बढ़े। इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर ऑटोमोबाइल तक, तमाम सेक्टर्स में सेल बढ़ने की संभावना है। अगर जीएसटी काउंसिल की मंज़ूरी मिलती है, तो इसका सीधा फायदा करोड़ों उपभोक्ताओं को होगा और त्योहारों पर घर से लेकर गाड़ी तक खरीदना और आसान हो जाएगा। 🌟 त्योहार से पहले बड़ी खुशखबरी! GST काउंसिल की 56वीं बैठक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में 3 और 4 सितंबर को होने जा रही है। इस ब...

पाकिस्तान दहला: बलूचिस्तान से खैबर पख्तूनख्वा तक 3 धमाके, 22 की मौत

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पाकिस्तान दहला तीन आत्मघाती हमलों से, 22 की मौत – बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा बने निशाना पाकिस्तान में मंगलवार का दिन खून-खराबे से भरा रहा। महज़ कुछ घंटों के भीतर तीन अलग-अलग जगहों पर हुए घातक आत्मघाती हमलों ने पूरे देश को दहला दिया। इन धमाकों में अब तक कम से कम 22 लोगों की मौत और 40 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। 1. बलूचिस्तान में आत्मघाती हमला – रेली में तबाही सबसे बड़ा धमाका बलूचिस्तान प्रांत में हुआ। यहाँ एक राजनीतिक रेली के दौरान अचानक एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया। इस भीषण धमाके में 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। धमाके के तुरंत बाद वहाँ चीख-पुकार मच गई और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। राहत और बचाव दल ने घायलों को नज़दीकी अस्पताल पहुँचाया, लेकिन मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती चली गई। 2. खैबर पख्तूनख्वा में सैनिकों पर हमला दूसरा बड़ा हमला खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में हुआ, जहाँ सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया। इस आत्मघाती धमाके में 6 सैनिकों ने अपनी जान गंवाई। सुरक्षाबलों ने तुरंत इलाके को घे...

Punjab Flood: पंजाब बाढ़ से लाखों लोग तबाह, इन नदियों की वजह से आई मुसीबत

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  पंजाब बाढ़ त्रासदी : नदियों के उफान से तबाही की तस्वीर पिछले कुछ दिनों से पूरे देश में लगातार बारिश का दौर जारी है। कहीं पहाड़ दरक रहे हैं, तो कहीं मैदानों में बाढ़ का पानी हाहाकार मचा रहा है। इस समय पंजाब भी भीषण बाढ़ की चपेट में है। खेत–खलिहान, घर–आंगन, सड़कें और गाँव—सब पानी में डूबे नज़र आ रहे हैं। पंजाब के 23 जिलों में से लगभग 12 ज़िले पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में हैं। अब तक 30 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि करीब 15 लाख लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि लगभग 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना पड़ा है। पंजाब, जिसे कभी “देश का पेट” कहा जाता था, जहाँ की उपजाऊ ज़मीन पूरे भारत के लिए अन्न उपजाती थी, आज वहीं किसान अपनी फ़सलों और मवेशियों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जहाँ किसान अपनी आंखों के सामने अपनी फसल और पशुओं को बहते हुए देख रो रहे हैं। करीब 1000 से अधिक गाँव पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं। पानी कहाँ से आया? पंजाब में बाढ़ का सबसे बड़ा कारण उसकी प्रमुख नदियों का उफान है। सतलुज, ब्या...

✨दिवाली पर डबल धमाका!✨ 👉 GST काउंसिल की बैठक में होने वाले बड़े फैसलों पर सबकी नज़र 👈

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  ✨ जीएसटी काउंसिल की बड़ी बैठक – दिवाली से पहले होगा डबल धमाका!✨ देशभर की नज़रें इस बार 3 और 4 सितंबर को होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक पर टिकी हुई हैं। वजह साफ है – इस बैठक से निकलने वाले फैसले आम जनता से लेकर उद्योग जगत तक, सबकी जेब और कारोबार पर सीधा असर डाल सकते हैं। 👉 क्या खास है इस बैठक में? यह बैठक राजधानी नई दिल्ली में दो दिनों तक चलेगी। चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा होगा “GST 2.0” का रास्ता साफ करना। मतलब आने वाले समय में टैक्स स्ट्रक्चर और भी आसान और पारदर्शी बनाने की तैयारी है। 👉 क्यों है खास दिवाली से पहले की ये बैठक? काउंसिल कुछ ऐसे कदम उठा सकती है जिससे त्योहारों के सीजन से ठीक पहले लोगों को राहत मिले। मुमकिन है कई सामानों और सेवाओं पर टैक्स में कटौती हो, जिससे दिवाली की खरीदारी और भी Only और सस्ती बन जाए। 👉 1 . सिर्फ़ दो स्लैब्स का नया सिस्टम अब तक जीएसटी में कई टैक्स स्लैब लागू थे, लेकिन सरकार टैक्स सिस्टम को आसान बनाने के लिए इन्हें घटाकर सिर्फ़ दो स्लैब – 5% और 18% रखने की तैयारी कर रही है। यानी आम आदमी के रोज़मर्रा के ज़रूरी सामान पर सिर्फ़ 5% टैक्स लगेगा, जबक...

"मनोज जरांगे की ऐतिहासिक जीत: मराठा आरक्षण पर सहमत हुई महाराष्ट्र सरकार, कुनबी प्रमाणपत्र के लिए बनेगी समिति"

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  महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मराठा आरक्षण की माँग को लेकर चल रहे लंबे संघर्ष ने आखिरकार बड़ी जीत दर्ज की। मराठा समाज के नेता मनोज जरांगे की अगुवाई में हुए इस आंदोलन ने सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया। राज्य सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए "हैदराबाद गजट" जारी कर दिया है, जिसके तहत मराठा समाज के लोगों को ‘कुनबी’ जाति का दर्जा मिलेगा। इस फैसले के बाद मराठा समाज को आरक्षण का लाभ प्राप्त करने का रास्ता साफ हो गया है। मनोज जरांगे ने कहा – "यह जीत सिर्फ मेरी नहीं, पूरे मराठा समाज की है।" आंदोलन में शामिल हजारों लोगों की मेहनत, त्याग और एकजुटता ने इस ऐतिहासिक क्षण को संभव बनाया। अब सरकार ने कुनबी प्रमाणपत्र जारी करने के लिए विशेष समिति बनाने की भी घोषणा की है, जो पात्र परिवारों को प्रमाणपत्र उपलब्ध कराएगी। यह निर्णय मराठा समाज के लिए नए अवसरों और अधिकारों के द्वार खोलेगा। 1. मराठा आरक्षण की जंग : मनोज जरांगे का लंबा संघर्ष मराठा आरक्षण आंदोलन ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई हलचल मचा दी। मनोज जरांगे ने गांव-गांव जाकर समाज को एकजुट किया और शांतिपूर्ण तरीके से आरक्षण ...

"घर बैठे करें फेफड़ों का हेल्थ टेस्ट, मिनटों में जानें रिजल्ट!"

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फेफड़ों की सेहत जानिए घर बैठे – BOLT टेस्ट से मिनटों में रिजल्ट पिछले दो दशकों में भारत समेत कई देशों में अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिज़ीज़ ( COPD) और फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़े हैं । बदलती जीवनशैली, असंतुलित खान-पान और प्रदूषित वातावरण ने हमारे फेफड़ों पर गंभीर असर डाला है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि समय रहते फेफड़ों की क्षमता की जांच और देखभाल बेहद जरूरी है, ताकि बीमारियों से बचाव हो सके। इसी कड़ी में BOLT (Blood Oxygen Level Test) स्कोर आपकी सांसों का हाल बताने का एक आसान तरीका है। 1. BOLT टेस्ट क्या है? BOLT यानी ब्लड ऑक्सीजन लेवल टेस्ट एक सरल तकनीक है, जो बताता है कि आपके फेफड़े शरीर को कितना ऑक्सीजन उपलब्ध करवा रहे हैं। इसमें जटिल मशीनों की जरूरत नहीं पड़ती, बस कुछ मिनट का समय और सही प्रक्रिया अपनानी होती है। 2. कैसे करें BOLT टेस्ट? एक आरामदायक जगह पर बैठ जाएं। कुछ गहरी सांसें लें और फिर सामान्य सांस लेना शुरू करें। अब सामान्य सांस छोड़ने के बाद अपनी सांस रोकें और समय गिनना शुरू करें। जब तक आपको सांस लेने की प्रबल इच्छा न हो, तब ...

"पर्वत का कहर: भूस्खलन ने मिटा दिया पूरा गाँव, 1000 से अधिक मौतें"

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सुडान में दर्दनाक त्रासदी: भारी बारिश के बाद भूस्खलन से मिटी बस्ती, 1000 से अधिक लोगों की मौत 31 अगस्त की रात सुडान के पश्चिमी हिस्से में स्थित मार्श पर्वतीय क्षेत्र में प्रकृति ने ऐसा तांडव मचाया, जिसने पूरे गाँव को मानो मिटा दिया। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर बस्ती पर आ गिरा । देखते ही देखते पूरा गाँव मिट्टी और चट्टानों के ढेर में दब गया। इस भयावह हादसे में 1000 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि पूरे गाँव में सिर्फ एक ही व्यक्ति जीवित बच पाया। हादसे की भयावहता स्थानीय लोगों के अनुसार, रात करीब साढ़े दस बजे तेज बारिश के बीच पहाड़ से गूंजती गड़गड़ाहट सुनाई दी। कुछ ही पलों में विशाल चट्टानें और भारी मिट्टी का मलबा गाँव पर टूट पड़ा। कुछ घर तुरंत ही ढह गए, बाकी बचे लोग बाहर निकलने का मौका तक नहीं पा सके। बारिश इतनी तेज थी कि बचाव कार्य भी तुरंत शुरू नहीं हो सका। एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति की दास्तान जो अकेला व्यक्ति जीवित बचा, वह हादसे के वक्त गाँव से कुछ दूरी पर अपने मवेशियों को संभालने गया हुआ था । उसने बताया, " मैंने अपनी आँखों के...

1. "भारत ने रचा इतिहास: PM मोदी ने लॉन्च की पहली 'मेड इन इंडिया' चिप"

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  भारत ने रचा तकनीकी इतिहास: पीएम मोदी को भेंट की गई देश की पहली ‘मेड इन इंडिया’ चिप भारत ने सेमीकंडक्टर तकनीक के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। 2 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की पहली स्वदेशी रूप से विकसित ‘ मेड इन इंडिया’ चिप केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भेंट की। यह चिप भारत की अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था (ISRO) की सेमीकंडक्टर लैब में विकसित की गई है। इस अवसर पर अश्विनी वैष्णव ने न केवल विक्रम 32-बिट प्रोसेसर चिप प्रस्तुत की, बल्कि चार अन्य स्वीकृत परियोजनाओं की टेस्ट चिप्स भी प्रधानमंत्री को सौंपीं। विक्रम चिप को भारत के इंजीनियरों ने पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से डिजाइन किया है, जो आने वाले समय में एयरोस्पेस, डिफेंस, इलेक्ट्रॉनिक्स और हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्रों में क्रांति ला सकती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा, " यह उपलब्धि केवल एक तकनीकी मील का पत्थर नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ता एक मजबूत कदम है।" उन्होंने आगे कहा कि भारत जल्द ही विश्व के प्रमुख सेमीकंडक्टर हब के रूप में उभरेगा। इसी अवसर पर प्रधानमंत्री ने ‘से...

Surat Boiler Blast: Surat Textile Mill में लगी भीषण आग, 2 की मौत, 20 घायल।

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Surat Boiler Blast: सूरत टेक्सटाइल मिल में भयानक आग, 2 की मौत, 20 घायल। फटा बॉयलर...भड़की आग.आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की 10 गाडी मौके पर पहुची हादसे में काई महिलाये भी घायल हुई है जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया . ड्रम में विस्फ़ोट की घटना हुई है। उसकी वजह से एक बड़ी आग की घटना सामने आई है। सूरत बॉयलर ब्लास्ट: कपड़ा मिल में भयानक हादसा, 2 की मौत, 20 घायल गुजरात के सूरत शहर में मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ। एक प्रसिद्ध टेक्सटाइल मिल में बॉयलर फटने से भयानक विस्फोट हुआ, जिसके बाद पूरी फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। इस हादसे में अब तक 2 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में कई महिलाएं भी शामिल हैं जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसा कैसे हुआ? प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह करीब 10 बजे मिल में अचानक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। देखते ही देखते बॉयलर फट गया और आग तेजी से पूरी यूनिट में फैल गई। धमाका इतना जोरदार था कि आसपास की इमारतों में भी कंपन महसूस किए गए। कुछ मजदूर ...

"मोदी-जिनपिंग-पुतिन की मुलाकात से ट्रंप बौखलाए, भारत पर दिया बड़ा बयान!"

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  मोदी-जिनपिंग-पुतिन की मुलाकात से ट्रंप को लगी मिर्ची, भारत पर दिया बड़ा बयान चीन में आयोजित SCO शिखर सम्मेलन का समापन हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब भारत के लिए रवाना हो चुके हैं। लेकिन इस सम्मेलन ने सिर्फ कूटनीतिक चर्चाओं तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि इसका असर अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी साफ नजर आया। सबसे ज्यादा हलचल तब मच गई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को लेकर बड़ा बयान दे डाला। मुलाकात जिसने दुनिया का ध्यान खींचा SCO समिट के दौरान पीएम मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एक साथ बैठकर बातचीत करते, हाथ मिलाते और हंसते हुए देखा गया। तीनों नेताओं की यह झलकियां दुनिया भर में सुर्खियां बन गईं। कई विशेषज्ञों ने इसे बदलते भू-राजनीतिक समीकरणों की बड़ी तस्वीर माना। ट्रंप क्यों बौखलाए? अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा,  “भारत के साथ लंबे समय से एकतरफा रिश्ता रहा है। अब समय है कि अमेरिका और भारत आपसी हितों को संतुलित करें। यह रिश्ता 21वीं सदी का सबसे अहम रिश्ता हो सकता है, लेकिन इसे न्यायपूर्ण होना चाहिए ट्रंप का ...

अफगानिस्तान में भूकम्प से मची भारी तबाही 800 से ज्यादा की मौत 1500 से ज्यादा घायल।

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अफगानिस्तान में भूकम्प से मची भारी तबाही  धरती में जोरदार कम्पन चार देशो में दहशत। आधी रात हिली धरती.अफगानिस्तान में मचा हंगामा तजाकिस्तान से भारत के जम्मू कश्मीर, दिल्ली तक  झटके महसुस किये गये। पाकिस्तान में भी काई जगह  पर भूकम्प के तेज झटके पाकिस्तान के उत्तरी इलाके  भारत, अफगानिस्तान, और  पाकिस्तान कुदरत में इतना क्रोध क्यों? तजाकिस्तान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत  इन देशो में भूकम्प के झटके महसुस किये गये।अफगानिस्तान के जलालाबाद में था भूकम्प का केन्द्र। पेशावर, रावलपिंडी, इस्लामाबाद में बड़ा असर दिखा दिल्‍ली समेत  उत्तर भारत में झटके महसूस किये गये.पड़ोसी देश अफगानिस्तान में  भूकम्प के झटके से दहल उठा। रविवार के सोमवार की रात को एक के बाद एक भूकम्प के झटके से लोग थर्रा उठे ये झटके  दिल्ली के.एन.सी. आर. तक महसुस किये गये .सबसे तेज  6.3 तिव्रता के झटके महसूस किये गये अफगानिस्तान  पहला झटका रात के करीब 12. बजे के आस-पास महसुस  हुआ . सबसे तेज भूकम्प का झटका रात को 1 बजे आया। भूकम्प का केन्द्र जमीन के नीचे 160 किलोमीटर अंदर ...