"बारिश बनी आफत, अब दस्तक देगी हड्डियाँ कंपा देने वाली सर्दी – मौसम वैज्ञानिकों की चौंकाने वाली भविष्यवाणी!"

 

बारिश बनी आफत, अब आने वाली है हड्डियाँ कंपा देने वाली सर्दी – मौसम वैज्ञानिकों की चेतावनी

इस साल भारत में मौसम का मिज़ाज कुछ अलग ही रंग दिखा रहा है। जहां एक ओर झमाझम बारिश ने कई राज्यों में बाढ़ और तबाही मचाई, वहीं अब मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि आने वाले महीनों में हड्डियाँ कंपा देने वाली सर्दी दस्तक देने वाली है।

बरसात का कारण – बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के नए सिस्टम

मौसम विभाग का मानना है कि इस बार बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में लगातार नए मौसम तंत्र (सिस्टम) विकसित हो रहे हैं। इसके चलते मानसून न सिर्फ मजबूत हुआ, बल्कि सामान्य से अधिक बारिश भी हुई। यह असामान्य बारिश आगामी सर्दी पर भी गहरा प्रभाव डालेगी।

ला नीना की भूमिका बदलता जलवायु पैटर्न

मौसम में इस बदलाव का सबसे बड़ा कारण ला नीना है।

ला नीना एक प्राकृतिक जलवायु प्रणाली है, जिसमें प्रशांत महासागर का पानी सामान्य से अधिक ठंडा हो जाता है।

इससे वैश्विक स्तर पर वायुमंडलीय पैटर्न में परिवर्तन होता है।

अमेरिका के राष्ट्रीय महासागरीय एवं वायुमंडलीय प्रशासन (NOAA) ने भी भविष्यवाणी की है कि 2025 की सर्दियों पर इसका गहरा असर दिखेगा।

ला नीना बनाम एल नीनो

जहां एल नीनो समुद्र के तापमान को बढ़ाकर अधिक गर्मी और सूखा लाता है, वहीं ला नीना तापमान को गिराकर अधिक ठंड, भारी वर्षा और कड़ाके की सर्दी को बढ़ावा देता है।

क्या होगा भारत में असर?

विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार सर्दी का दौर सामान्य से लंबा और अधिक ठंडा हो सकता है। उत्तर भारत के राज्यों में तापमान में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिल सकती है, जबकि पहाड़ी इलाकों में भारी हिमपात की संभावना है। दक्षिण भारत में भी ठंड का असर सामान्य से ज्यादा रहेगा।

तैयार रहें – मौसम की बदलती करवट

बरसात की आफत झेलने के बाद अब देश को ठंड के प्रकोप के लिए तैयार रहना होगा। बदलते मौसम के इस पैटर्न को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

झारखंड में भीषण ट्रेन हादसा से घायल

"15 अगस्त 2025: अटारी-वाघा बॉर्डर का नज़ारा देख पाकिस्तानी फौज की नींद उड़ गई"

5. "15 अगस्त पर राहुल गांधी का धाकड़ अंदाज़ – भाषण हुआ वायरल"