भूमि आँवला पहचान और फ़ायदे
आयुर्वेद की एक बहुत ही महत्पूर्ण रामबन वनस्पति भूमि आँवला इसके बारे में
4 से 6 इंच इतना छोटा भूमि से जुड़ा हुआ पौधा होता है इसके पत्ते आंवले जैसे होते हैं और इनके पत्ते के पिछले भाग में इसके बिज़ लगते हैं जो कि स्वाद में आंवले जैसे ही कसेले होते हैं
इसलिए भूमि आँवला कहते हैं भूमि आँवला एक खरपटवार के रूप में संपूर्ण भारतवर्ष में पाया जाता है पहचान के अभाव में अनुमन हम इसे घास कचरा समझ कर उखाड़ कर फेंक देते हैं यहीं गलत सुलुक हम चंगिरी घास छोटी दूधी बड़ी दूधी चवलाई कमर तोड़ी सहदेवी और बहुमूल्या काई दूसरी वनस्पति के साथ करते हैं जबकी हमें इनमें जीवनदायिनी वनस्पतियों को अपने घर में गमले में लगाना चाहिए हमें वेस्टर्न जहरिले पौधों को गमले में लगाकर बड़ा फक्र महसूस करते हैं तो आइए हम अपनी इस भूल को समझते हैं और खुद को सुधारते हैं भूमि अमला तीन प्रकार का होता है
1) भूमि आँवला की पत्तियाँ बहुत छोटी होती हैं और उसके तनो में छोटे बिज लगे होते हैं
2) इसके भी छोटे पत्ते और तनों में बिज होते हैं सममूल्य पर वह लाल रंग के होते हैं दोनों ही भूमि आंवले में समान सर्वश्रेष्ठ गुण पाए गए हैं लाल वाला भूमि आवला वह रक्तजन्य विकारो में ज्यदा प्रभावशाली होता है
3) इसके गुन पहले दो प्रजातिओं से थोड़े कम होते हैं सभी भूमि आंवले को बहुत छोटे सफेद फूल लगते हैं यह फुल तने पर जहां पत्ता शुरू होता है वहां पर लगते हैं
4) भूमि आँवला के फ़ायदे भूमि आँवला रक्त शोधक है भूमि आंवला एक बहुत ही अच्छा एंटी बैक्टीरियल एजेंट है वह कितानु नाशक है भूमि आंवला सुजन को दूर करता है यह उसका एक बहुत ही महत्वपूर्ण तथ्य है अगर सुजन है आपके बॉडी में किसी तरह की तो पुनर्नवा के साथ भूमि आँवला लीजिए तो बहुत जल्दी फायदा होगा
5) भूमि आँवला का एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है कि वह शरीर के अंगों को प्रशिक्षित करता है अगर कोई बीमार है तो आपके शरीर का कोई भी अंग चाहे लीवर हो या किडनी हो या पेट हो वह कामज़ोर हो गया है उसमें ताकत नहीं है भूमि आंवले लीजिए उसमें ताकत आएगी और वैसे ही अपने आप ठीक हो जाएगा यह बहुत ही महत्वपूर्ण है इसका फ़ायदा मुख के रोग में बहुत ही महत्वपूर्ण है
7) त्वचा की समस्या के लिए त्वचा में कोई खाज-खुजली या संक्रमण हो भूमि आंवला अच्छी तरह से काम करता है
8) बुखार में अगर बुखार है तो बुखार में भी भूमि आँवला बहुत अच्छे से काम करता है बुखार में आप चिरायता के साथ भूमि आँवला ले सकते हैं या फ़िर गोदन्ती भस्म यह भी बुखार में लिया जाता है तुलसी के साथ लेने से बुखार तुरंत उतर जाता है
9) महिलाओ मैं स्तन आजकल महिलाओं में गांठ की समस्याएँ हैं ऐसे में अगर आप शीशम और शतावरी भूमि आँवला के साथ पेस्ट बनाकर लगाने से या उसका काढ़ा लेने से स्थन कि सारी समास्या दूर हो जाती है शतावरी शीशम के साथ भूमि आँवला का पेस्ट बनकर लगाने से शत प्रतिषत आराम मिलता है
10) पेट दर्द भूमि आँवला के साथ आप करी पत्ता और हिंग लेते हैं तो पेट का दर्द गायब हो जाता है
लिवर के लिए भूमि आँवला रामबाण है भूमि आँवला की चार-पांच पत्तियाँ चबा चबा कर खाते हैं तो लीवर में तुरंत फ़ायदा होता है भूमि आँवला डायबिटीज़ में भी काम करता है इस्लिये भूमि आवला का सेवन करना चाहिए
भूमि आवला आयुर्वेद की सर्वसेष्ट दवा मानी गई है
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें