"रामबन में बादल फटा: भीषण तबाही, 3 की मौत, मलबे तले दबे कई घर"
“रामबन (राजगढ़) में बादल फटने का डरावना मंजर: भारी बारिश से फ्लैश-फ्लड, 3 की मौत, 5 गुम, राहत-बचाव कार्य जारी”
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के राजगढ़ क्षेत्र में आज भारी बारिश और ऊपरी इलाकों में अचानक बादल फटने से एक बार फिर अत्यंत खतरनाक फ्लैश-फ्लड की स्थिति बन गई। जिले के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस तबाही में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 5 और लोग अज्ञात स्थानों पर लापता बताए जा रहे हैं। मलबे में कई मकान दब गए हैं और राहत-बचाव अभियान की रफ्तार बढ़ा दी गई है।
राजगढ़ के जर्जर और दुर्गम इलाके में अचानक आई इस आपदा ने न केवल स्थानीय जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया, बल्कि प्रशासन को भी चौतरफा मोर्चे पर राहत एवं बचाव कार्य तेज़ गति से करने पर मजबूर कर दिया। लापता व्यक्तियों की संख्या से चिंतित लोग हर संभव ऊँचाई पर नजर बनाए हुए हैं।
शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, बादल फटने की तेज़ हवाओं और बरसात ने इलाके को मिनटों में समुद्र की तरह लामबंद कर दिया। स्थानीय प्रशासन, पुलिस, SDRF और NDRF की टीमों ने तत्काल राहत केंद्रestable किए और लापता व्यक्तियों की खोज शुरू कर दी। समानांतर रूप से, मलबे में दबे घरों के निवासियों के निकास पर जोर दिया जा रहा है।
अनावृष्टि-प्रवण व पहाड़ी इलाकों में क्लाउडबर्स्ट की घटनाएँ अक्सर रहस्यमय होती हैं, क्योंकि ये सामान्य बारिश से अलग, अचानक और अत्यधिक तीव्र होती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि मन-made जलवायु परिवर्तन के कारण अब ऐसी घटनाओं की आवृत्ति और तीव्रता बढ़ रही है।
राजस्व अधिकारियों का कहना है कि राहत-बचाव अभियान को आगे बढ़ाने के लिए अतिरिक्त टीमें दूसरी ओर से भी रवाना की जा रही हैं। साथ ही, बारिश रुकते ही मलबे और वाहनों को हटाकर फंसे मार्गों को खोला जाएगा। यह कार्य कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और लगातार हो रही बारिश की वजह से चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
यह हादसा रामबन में हाल के समय में आई मानवीय और प्राकृतिक त्रासदियों की एक और कड़ी है। बस कुछ सप्ताह पहले ही किष्टवाड़ में आए क्लाउडबर्स्ट में भारी जानमाल का नुकसान हुआ था, जहां दर्जनों लोग मारे गए और कई लापता हो गए थे।
स्थानीय लोगों का आह्वान है कि सरकार बेरोकटोक मदद प्रदान करे—चाहे राहत सामग्री हो, अस्थायी आवास हो या आर्थिक पैकेज हो ताकि वे फिर से अपने जीवन को पटरी पर ला सकें। प्रशासन की ओर से भी आश्वासन दिया गया है कि जरूरतमंदों को सभी आवश्यक सामग्री और चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जाएगी।
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