"भारतीय सेना का पराक्रम: बाढ़ में फंसे 22 CRPF जवानों और 3 नागरिकों की साहसिक बचाव गाथा"
India Army Rescue Operation; भारतीय सेना विमान
(Indian Army Aviation) ने 27 अगस्त यानी बुधवार को पंजाब के पठानकोट जिले में माधोपुर मुख्यालय के पास एक साहसी बचाव अभियान सी चलाया और बढ़ते बाढ़ के पानी में फंसी 22 सीआरपीएफ कर्मियों और 3 नागरिकों को बचाया. भारतीय सेना के अनुसर,चुनोती पूर्ण मौसम के बवजूद बचाव कार्य के लिए। बुधवार सुबह 6 बजे हेलीकॉप्टर रवाना किया गया टीम ने सभी फँसे हुए लोगो को सफल पूर्व निकलकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
पठानकोट, पंजाब – भारी बारिश से उत्पन्न बाढ़ ने बुधवार, 27 अगस्त को पंजाब के कई हिस्सों में संकट पैदा कर दिया। सबसे चुनौतीपूर्ण स्थिति पठानकोट जिले के माधोपुर हेडक्वार्टर के पास बनी, जहां पानी के तेज़ बहाव ने 22 सीआरपीएफ कर्मियों और 3 नागरिकों को बांध पर फंसा दिया। चारों ओर बढ़ते पानी और लगातार हो रही बारिश के बीच उनका वहां रहना बेहद खतरनाक हो गया था।
जैसे ही सूचना भारतीय सेना के पास पहुंची, बचाव अभियान की तैयारी तुरंत शुरू कर दी गई। सेना के एविएशन विंग ने त्वरित निर्णय लेते हुए हेलीकॉप्टर के माध्यम से ऑपरेशन चलाने का फैसला लिया। सुबह ठीक 6 बजे एक हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी और साहसिक मिशन की शुरुआत हुई। मौसम खराब था, दृश्यता सीमित थी और पानी का बहाव तेज़, लेकिन टीम ने अदम्य साहस का परिचय दिया।
ऑपरेशन के दौरान एक-एक कर सभी फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया। रस्सियों और एयरलिफ्टिंग तकनीक का उपयोग करते हुए सेना ने सुनिश्चित किया कि किसी को भी चोट न लगे। करीब एक घंटे तक चले इस रोमांचक अभियान के बाद सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और उनका चिकित्सीय परीक्षण किया गया।
स्थानीय प्रशासन और नागरिकों ने सेना के इस वीरतापूर्ण कार्य की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय सेना सिर्फ सीमाओं की रक्षा नहीं करती, बल्कि संकट की घड़ी में जीवन बचाने के लिए हमेशा तत्पर रहती है।
1. प्राकृतिक आपदा की पृष्ठभूमि
पंजाब में भारी वर्षा और बाढ़ की स्थिति
विशेष रूप से पठानकोट ज़िले में पानी का तेज़ बहाव
2. घटना का विवरण
माधोपुर हेडक्वार्टर के पास बांध पर फंसे लोग
22 सीआरपीएफ कर्मी और 3 नागरिक – कुल 25 लोगों की जान पर संकट
3. भारतीय सेना का त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र
कंट्रोल रूम में सूचना पहुंचते ही अलर्ट
एविएशन विंग की तैनाती और हेलीकॉप्टर मिशन की तैयारी
सुबह 6 बजे उड़ान और रिस्क फैक्टर्स
4. साहसिक बचाव अभियान
तेज़ बहाव, कम विज़िबिलिटी और लगातार बारिश के बीच ऑपरेशन
रस्सियों और एयरलिफ्ट तकनीक से बचाव कार्य
टीमवर्क, अनुभव और साहस की मिसाल
5. सफल समापन व परिणाम
सभी को सुरक्षित निकालने के बाद चिकित्सीय जांच
राहत केंद्रों में शिफ्टिंग और आगे की व्यवस्था
6. भारतीय सेना का मानवीय चेहरा
केवल युद्ध नहीं, आपदा राहत में भी अग्रणी भूमिका
सेना के साहस और जनता के विश्वास का मजबूत प्रमाण
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