"1 सितम्बर से बदलेंगे बड़े नियम: GST, LPG और चांदी की हॉलमार्किंग का जेब पर सीधा असर!"
सितम्बर 2025 से जेब पर सीधा असर: नए नियमों की पूरी जानकारी
हर महीने की पहली तारीख को देशभर में कई नियम बदलते हैं, लेकिन 1 सितम्बर 2025 से लागू होने वाले बदलावों का असर रोजमर्रा की जिंदगी और सीधे आपकी जेब पर पड़ेगा। इस बार के बदलाव खासतौर पर GST सिस्टम, LPG सिलेंडर की कीमतों और चांदी की हॉलमार्किंग को लेकर हैं। आइए विस्तार से जानें –
1. GST सिस्टम में बड़ा बदलाव
- सरकार ने जीएसटी रिटर्न और टैक्स कैलकुलेशन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए नए प्रावधान लागू किए हैं।
- अब बिजनेस को हर महीने के अंत में डिजिटल ऑडिट ट्रेल रखना अनिवार्य होगा।
- छोटे व्यापारियों को राहत देने के लिए कुछ श्रेणियों में कंपोजीशन स्कीम की सीमा बढ़ाई गई है।
- नए नियमों से बिलिंग सिस्टम ज्यादा पारदर्शी होगा और टैक्स चोरी की संभावना कम होगी।
2. LPG सिलेंडर की नई कीमतें
- 1 सितम्बर को घरेलू और व्यावसायिक LPG सिलेंडरों की नई कीमतें तय होंगी।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों और मुद्रा विनिमय दर के आधार पर बदलाव होगा।
- अनुमान है कि घरेलू उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन व्यावसायिक गैस महंगी हो सकती है।
- यह सीधा असर रसोई के बजट पर डालेगा।
3. चांदी की हॉलमार्किंग के नए नियम
- अब देशभर में सिर्फ हॉलमार्क वाली चांदी की ज्वेलरी ही बेची जा सकेगी।
- ज्वेलर्स को बीआईएस (BIS) प्रमाणन लेना अनिवार्य होगा।
- उपभोक्ताओं को शुद्धता की गारंटी मिलेगी और नकली या कम गुणवत्ता वाली चांदी की बिक्री पर रोक लगेगी।
4 SBI कार्ड के नए नियम
- रिवॉर्ड पॉइंट्स में बदलाव – कुछ कैटेगरी में पॉइंट्स की दर घटाई जा सकती है। अब एयरलाइन टिकट, डाइनिंग या प्रीमियम कैटेगरी की खरीद पर पहले जितने पॉइंट नहीं मिलेंगे।
- चार्ज स्ट्रक्चर में सुधार – देर से भुगतान पर पेनाल्टी, कैश विड्रॉल चार्ज और मेंटेनेंस फीस में संशोधन हो सकता है।
- नई डिजिटल सुरक्षा सुविधा – कार्ड पर रियल-टाइम फ्रॉड अलर्ट और OTP-लेस ट्रांजेक्शन जैसी नई सुविधाएं जुड़ सकती हैं।
- इस बदलाव का सीधा असर कार्ड होल्डर्स के रिवॉर्ड्स, मासिक खर्च और चार्जेज पर पड़ेगा।
5. FD ब्याज दरों में संभावित कटौती
- बैंकिंग सेक्टर में ब्याज दरों को लेकर संकेत हैं कि 1 सितम्बर 2025 से FD दरों में 0.25% से 0.50% तक कटौती हो सकती है।
- मुख्य कारण – महंगाई दर में कमी और रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति।
- वरिष्ठ नागरिकों को पहले की तरह अतिरिक्त 0.50% ब्याज मिलता रहेगा, लेकिन नई दरें उस पर भी लागू होंगी।
- निवेशकों को लंबी अवधि की FD बुक करने से पहले नए रेट्स पर नज़र रखनी चाहिए।
असर आपकी जेब पर क्यों?
ये सभी बदलाव सीधे खरीदारी, घरेलू खर्च और निवेश को प्रभावित करेंगे। GST में बदलाव व्यापारियों की लागत को प्रभावित कर सकता है, जो वस्तुओं की कीमतों पर असर डालेगा। LPG की नई कीमतें घरेलू बजट बदल सकती हैं। वहीं, चांदी खरीदना अब और सुरक्षित होगा, लेकिन नियमों के कारण कीमत में हल्का इजाफा संभव है।
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